Monday 13 April 2015

जात-पात


क्या होगी पेड़ों की जात,
कभी सोचा है आपने,
सवाल अटपटा है,
लेकिन क्यों नही बांटा
उसे हमने जात-पात में,

चलो एक एक करके,बांटते हैं पेड़ों को,
फल वाले पेड़ और फूल वाले पेड़,
बड़ी-बड़ी भुजाओं वाले,
छोटी-छोटी टहनीयों वाले पेड़,

वो आम का पेड़,
जो हवन में जलता हैं,
बाभन होगा,
क्योंकि उसके पत्तों की पूजा भी होती हैं,
फल भी खुब रसीला मंत्रो की तरह,

बबूल का पेड़ छाया नही देता,
उसके कांटें चुभ जाए तो दर्द होता है,
और खुन निकलता है,
लेकिन बड़ा मजबूत होता है,
बबूल शायद ठाकुर होगा,

बनिया तो महुआ होगा,
उसके पत्तों से पत्तल बनती हैं,
रसीले फल आंटे में
मीजकर गुजीया बनाते हैं,
सुखाकर उसके फल दुकान पर बेच देते हैं,
तेल भी मिलता है महुए की कोईय्या से,
लकड़ी तो उसकी बड़े काम आती हैं,

कुछ पेड़ है,
जो जल्दी जल्दी बढ़ते है,
उनकी लकड़ी जलावन बनती हैं,
अमलतास मेरा हरिजन होगा,
बस बढ़ता है और कटता है,
उसके कटने पर किसी को दु:ख नही होता,

सवाल मेरा पढ़कर,
सोचोगे तुम, 
पागल हो गया ये लड़का
बहकी-बहकी सी बातें करता है,
तो क्यो नही सोचते,
इंसानो को जात-पात में बांटने पर,

चलो एक एक करके,
बांटते हैं पेड़ों को,


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