Friday 20 May 2016

दोस्ती क्या है‬ ???


कल किसी ने मुझसे कहा दोस्ती एक उम्र वाले से होता,आप बहुत बड़े हो..!! मैं भी सोच मे पड़ गया और इसका जवाब ढुढ़ने लगा | दोस्ती को ले कर बहुत सारे विद्वानो ने बहुत कुछ लिखे | मैनें भी अपने कुछ दोस्तो से पुछा पलट कर उनसबों का हसँता हुआ मजाकिया जवाब ..क्या यह ही दोस्ती हैं..?
मेरी नज़र में दोस्ती जैसे रिश्ते को कभी शब्दों में ढाल कर व्यक्त नहीं किया जा सकता..यानि कुल मिलाकर दोस्ती रिश्ता एक ,रूप अनेक जैसा लगा.. दोस्ती के इस एक रिश्ते में न जाने कितने रंग छिपे हैं ज़िंदगी के...!! तभी तो है यह दोस्ती है एक प्यार सा बंधन ... फिर भी कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि एक लड़का और एक लड़की कभी अच्छे दोस्त नहीं हो सकते ... यदि उनमें दोस्ती है भी तो आगे जाकर उनकी यह दोस्ती प्यार में बदल ही जाती है ......
सच है , प्यार दोस्ती है मगर प्यार का भी तो केवल एक ही रूप नहीं होता ना ... मेरा मतलब यहाँ सिर्फ दोस्ती से है फिर चाहे वो लड़के लड़की हो या लड़कों-लड़कों की हो या फिर दो सहेलियों की, दोस्ती में जो एहसास जो जज़्बात आप महसूस करते हैं वही एहसास कोई अगला व्यक्ति तभी महसूस कर सकता है जब उसने भी अपने जीवन में कोई सच्चा दोस्त बनाया हो , या पाया हो ... क्यूंकि दोस्त वो है जो ज़िंदगी के हर मोड़ पर आपका साथ दे फिर चाहे आप थोड़ा बहुत गलत ही क्यूँ ना हो , वैसे तो दोस्त का काम है आपका सही मार्ग दर्शन करना ......
दोस्ती या दोस्त एक ऐसा शब्द जिसके ज़हन में आते ही आपके होंठों पर स्वतः ही एक मधुर मुस्कान आ जाती है ... शायद इसलिए दुनिया में दोस्ती से अच्छा और सच्चा दूजा कोई रिश्ता नहीं क्यूंकि बाकी रिश्ते तो हमें विरासत में मिलते हैं मगर दोस्त हम खुद चुनते है | वैसे यह बात काफी घिसी पिटी सी लगती है ... मगर सच तो यही है और मुझे यह रिश्ता बहुत पसंद है क्यूंकि इसमें कोई भेद-भाव नहीं होता ... अगर कुछ होता है तो वो है सिर्फ दोस्ती आपसी समझ जो एक सच्चे और अच्छे दोस्त की सबसे पहली निशानी होती है और सबसे अहम बात तो यह होती है कि दोस्ती वो रिश्ता है जिसे कभी जबरदस्ती नहीं निभाया जा सकता ... खैर अच्छे दोस्त तो फिर भी बहुत आसानी से मिल जाते है इस दुनिया में , मगर सच्चा दोस्त बहुत ही किस्मत वालों को बड़े नसीब से मिल पाता है ... दोस्त इसलिए कहा क्यूंकि सच्चा दोस्त केवल एक ही व्यक्ति हो सकता है क्यूंकि दोस्तों के समूह के नाम पर भले ही आपके गिने चुने दोस्त हों मगर उन सब में से भी कोई एक ऐसा ज़रूर होता है जिसे आप बाकी सभी दोस्तों की तुलना में अपने आप से ज्यादा करीब महसूस करते है .......
सच ही कहते हैं लोग आदमी नाते रिश्तेदारों के बिना एक बार ज़िंदा रह सकता है मगर दोस्तों के बिना नहीं ... दोस्तों की ज़रूरत तो हर कदम पर पड़ती है,...हाँ ..!! यह बात अलग है कि कुछ दिल के करीब होते हैं तो कुछ सिर्फ कहने के लिए ... मगर हमारी ज़िंदगी में आने वाला हर इंसान हमें कुछ न कुछ ज़रूर सिखा जाता है इसलिए दुनिया के सभी दोस्तों को और दोस्ती के इस पावन रिश्ते को मेरा सलाम ...…🙏🙏~~®®®~~